Tuesday 1 January 2019

समस्या का निश्चित समाधान कैसे प्राप्त करें

आप सबको नव वर्ष की शुभकामनाएं।

लोगों की समस्या कैसे दूर कर संकू इसके लिए मैं एक लम्बे समय से परेशान था, कहीं दूर तक कुछ समझ नहीं आता था, क्या कंरू, मैं निरन्तर प्रयासरत रहा अन्तोगत्वा परिणाम भी क्रमशः शैने-शैने सामने आने लगे स्वपनों में कभी-कभी प्रत्यक्ष सांकेतिक भाषा में उत्तर भी मिलने लगे, चूँकि अधिकाँश व्यक्ति नकारात्मक शक्तियों, भूत प्रेतों द्वारा पीड़ित रहते थे अतः कपूर क्रिया द्वारा इन सभी को नष्ट करने का एक सुगम उपाय आ गया, यह कहीं पुस्तकों मेें नहीं है। नित्य कपूर क्रिया करने से अधिकांश नकारात्मक शक्तियाँ समाप्त हो जाती है। अब आते हैं माँ द्वारा संकेत कैसे प्राप्त हों, इसके लिए निरंतर मूल मंत्र के दस माले का जप करते रहें और निम्न मंत्र को पहले एक लाख जप कर जाग्रत कर लें, फिर जब भी कोई समस्या के बारे में जानकारी लेनी हो तो इस मंत्र के पांच माले जप कर सो जाएं

समस्या का निश्चित समाधान स्वप्न में या ध्यान समय मिल जाता है या प्रत्यक्ष सांकेतिक भाषा के रूप में जिसका अर्थ निकालना साधक की योग्यता पर निर्भर करता है, हमें जो कुछ भी मिला है सब प्रत्यक्ष सांकेतिक भाषा के रूप में जैसे माता श्री के बारे में जो कुछ हमोर द्वारा लिखवाया जा रहा है वह सांकेतिक भाषा में निर्देश मिला है। सामने में प्रत्यक्ष इन नंगी आंखो से हवा में कुछ लिखा हुआ देखता था मानो कोई पुस्तक में काले अक्षरों ममें सब कुछ लिखा हुआ है परन्तु मैं देख सकता था, पढ़ नहीं पाता था, कई जानकारों से इस घटना चक्र के बारे में पूछा किसी की कुछ समझ में नहीं आ रहा था।

यह तो मेरी समझ में आ रहा था, यह अक्षर साधारण नहीं है, हो न हो माँ का कोई निर्देश आ रहा है काफी चिन्तन के बाद मन में आया कुछ लिखने का निर्देश आ रहा है। अब प्रश्न यह था, क्या लिखूं मैं कोई लेखक तो हूं नहीं कि कहानी लिख दूं फिर मन में आया आप बीती लिखूं और हमें तब बहुत आश्चर्य हुआ, जब मैं आप बीती लिखने लगा हवा में लिखे वे अक्षर दिखना बन्द हो गए। जब लिखना बन्द कर देता पुनः वे काले अक्षर हवा में लिखे दिखने लगते और मैं पुनः लिखना आरम्भ कर देता इस प्रकार सब नेट पर आ रहा है। जब तक माँ चाहेगी मैं लिखता रहूंगा।

इस मंत्र के अन्य प्रभाव हैं कि यह आर्थिक स्थिति ठीक कर देता है व शत्रु मित्र वत् हो जाते हैं।

मंत्र: ‘‘¬ ऐं वदवद वाग्वादिनी मम जिह्वाग्रे स्थिरा भव सर्व सत्व वंशकारी स्वाहा’’।


गोमती  के किनारे तांत्रिक अनुष्ठान 


नोट:- यह लेख उन सभी साधकों को समर्पित है जो जन कल्याण की भावना रखते हैं। माँ सांकेतिक भाषा के रूप में अपने साधकों को दिशा-निर्देश देती है यह मैंने अनुभव कर लिया आप भी अनुभव करें।

डा0 तपेश्वरी दयाल सिंह
मो0: 98391493434

read more " समस्या का निश्चित समाधान कैसे प्राप्त करें "

baglatd.com