Saturday 20 April 2019

कपूर क्रिया का महत्व

कूपर क्रिया माँ बगलामुखी का वह अद्भुत अस्त्र है, जिसके प्रयोग से भूत-प्रेत तो शीघ्र ही नष्ट हो जाते हैं, साथ ही देवी प्रकोपों का भी स्पष्ट संकेत मिल जाता है, इस क्रिया में संकेतों के रूप में बहुत कुछ ज्ञान उपलब्ध हो जाता है, चुंकि कपूर में नकारात्मकता को तुरन्त अपने अन्दर समाहित करने की क्षमता होती है, अतः कपूर पर जब हम अपनी मंत्र शक्ति से नकारात्मक चीजों का आवाहन करते हैं, तो वह नकारात्मक चीजों का आवाहन करते है तो नकारात्मक जैसे भूत-प्रेत , नजर लगना, मंत्रों पर बन्धन लगना, टोना-टोटका सभी चीजों को खींच कर साधक के अनुरोध पर सभी को माँ नष्ट कर देती है।

दृष्टांत देखे - 
  • हमारी शिष्या रश्मि पांडे जिन को कई वर्षों से गुदा मार्ग में अजीत सी कुलबुलाहट व खुजली होती थी, काफी चिकित्सा भी कराई कोई लाभ नहीं मिला, परन्तु कपूर क्रिया करने पर एक प्रेत नष्ट हुआ व तुरन्त ही सारी परेशानियों से छुटकारा मिल गया,
  • वही हमारे शिष्य दिव्यांश ने बतलाया उनके कारखाने की कई मशीने बन्द पड़ी थी, रोजगार लगभग ठप्प हो गया था, लगातार कपूर क्रिया करते रहने से पूरा कांड समझ में आने लगा, कपूर क्रिया में रंगों के रुप में संकेत आते हैं इनकी प्रत्येक कपूर क्रिया में भैरव से सम्बन्धित रंग दिख रहा था, पूछने पर ज्ञात हुआ इनकी फैक्ट्री के अन्दर एक प्राचीन भैरव मंदिर है, परनतु वह वीरान ही रहता है, वहाँ कोई नहीं जाता केवल रविवार को ही दीपक व भोग रखा जाता था, कपूर क्रिया कर भैरव जी से प्रार्थना की कुछ स्पष्ट दिखाए, उसी रात उन्हें स्वप्न आया जैसे हमें कोई कह रहा था एक दिन खाना देते हो बाकी छह दिन हमें भूखा रखते हो, हमारे गण ही तुम्हारी सारी प्रगति खा लेते हैं यह निर्देश मिलते ही रोज उस मंदिर में भोग लगाए जाने के उपरान्त खड़ी मशीनों का काम मिलने से वे चालू कर दी गई, इस प्रकार हम देखते हैं कपूर क्रिया किसी भी समस्या के सामाधान हेतु अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है
  • हमारी शिष्या सुजाता जी को तो बहुत विचित्र अनुभव हुआ, उसे जान से मारने हेतु बहुत सारे तांत्रिक प्रयोग किए गए जो सारे इस कपूर क्रिया में आकर नष्ट होते गए यहाँ तक कि उसकी योनि मार्ग से अत्यधिक तीव्र कलबलाहट व खून का प्रवाह होने लगा, अस्पताल में दिखाया सब नार्मल निकला जो कपूर क्रिया के बाद बन्द हुआ, लगातार प्रतिदिन कपूर क्रिया की गई नितय एक या दो प्रेत आ आकर नष्ट होते गए।
  • लुधियाना से अजय सिंह का व्यापार ही चौपट हो गया था, कपूर क्रिया नित्य करते रहने से व्यापार पुनः पुरानी अवस्था की तरह चलने लगा, इनकी भी क्रिया में प्रेतों का भरामार देखने को मिला।
  • श्रद्धा शुक्ला की कपूर क्रिया में तो एक गंजा मोटा जिन्न आकर नष्ट हुआ जब जा कर इनका पैर ठीक हुआ।
  • मीनाक्षी बाम्बे से बताती हैं, जप से पूर्व कपूर क्रिया करती हूँ तभी जप कर पाती हूँ, नही तो जप में बहुत कठिनाई आती है।
  • लखनऊ से प्रेम शंकर शुक्ला पर कठोर तांत्रिक प्रयोग हुए विचार परेशान हो गए, जप समय वीर्य स्वतः निकलने लगता, कपूर क्रिया में नित्य एक-दो प्रेत नष्ट होने लगे अब वे निर्विघ्न जप पूरा कर रहे हैं।
  • रामपुर से मेरे शिष्य ने बतालाया वह काफी परेशान था, पत्नी से तलाक का मुकदमा चल रहा है, उसकी छोटी पुत्री को लेकर मायके चली गई व तलाक का मुकदमा मेरे ऊपर डाल दिया है साथ ही अनेकों तांत्रिको के सम्पर्क में आकर मेरे ऊपर अभिचारिक क्रियाए करवाती रहती है, जिससे मैं बहुत ही गम्भीर रुप से अद्ध विक्षिप्त अवस्था में हो गया था नेट पर मैं कुछ सर्च कर रहा था तभी baglatd.com मेरे सामने अचानक आ गया, मै बड़ा बैचेन रहता था अतः रात्रि में गुगल में अपनी समस्या के सामाधान हेतु कुछ न कुछ देखता रहता था, और अपने अराध्य से प्रार्थना भी किया करता था कि प्रभु हमें कोई गुरू उपलब्ध करा दें जो मुझे इस मुसीबत से निकाल दे, प्रभु ने मेरे मन की बात लगता है सुन ली और एक दिन मैं गुगल में बैठा था कि अचानक baglatd.com आ गया, जिज्ञासावश मैं उसे पढ़ता ही चला गया, ज्यों-ज्यों मैं एक के बाद एक पोस्ट पढ़ता रहा कि मेरे मन से आवाज आती रही यहाँ से मुझे मदद मिल सकती है अन्ततः सुबह चार बजे दिए हुए मोबाइल नम्बर पर फोन लगा दिया, कुछ देर बाद फोन उठा डरते-डरते मैंने अपनी सारी व्यथा उन्हें बता दी मुझे तब बड़ा अच्छा लगा कि गुरूजी ने कहा आ जाओ, माँ बड़ी दयालु है और आज मैं गुरू जी के वचनों में छुपी हुई सच्चाई का अनुभव व दश्रन कर रहा हूँ ऐसे सरल, निष्कपट स्वभाव वाले गुरू पिछले जन्म के अच्छे कर्म से ही मिलते हैं वर्ना आज चारों तरफ छद्मधारी गुरूओं की भरमार है। कपूर क्रिया में गुरूदेव ने अपने सारे शिष्यों को महारत सिद्धि करा दी है। मैं कभी स्वप्न में भी नहीं सोच सकता था कि दुष्ट तांत्रिक क्रियाओं को इतनी सरलता से नष्ट किया जा सकता है, जलते हुए कपूर में एक प्रेतात्मा जो काफी ताकतवर व चालक थी अपने चारों ओर सुरक्षा घेरा बना रखा था, किसी भी तांत्रिक को वह दिख ही नहीं सकती थी, यही मेरे साथ भी हु। जहाँ भी मैंने अपने को तांत्रिकों को दिखलाया वह उसे पकड़ ही न पाए परन्तु माँ बगलामुखी के सामने उस धूर्त दुष्ट प्रेत की एक न चली और घेरे के बाहर फेक कर नष्ट कर दिया जो वीडियों में स्पष्ट दिख रहा है।

    कपूर क्रिया: कपूर क्रिया में तान्त्रिक युद्ध



    कपूर क्रिया: ज्योति में माँ की प्रसन्नता 



    नवरात्रकालीन यज्ञ- सुल्तानपुर रोड स्थित मां मरी माता, मन्दिर में मां बगलामुखी का तान्त्रिक हवन शक्ति प्राप्त हेतु, नवरात्र 10-4-2019को सम्पन्न हुआ।



डा0 तपेश्वरी दयाल सिंह
मो0 : 9839149434

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